मार्च 2023 की ताज़ा खबरें – राजनीति से खेल तक

मार्च का महीना भारत में कुछ ज़्यादा ही हिला देने वाला रहा। अगर आप इस महीने की सबसे बड़ी कहानियों को जल्दी से देखना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर हैं। हम यहीं पर सबसे प्रमुख घटनाओं को संक्षेप में लाते हैं, ताकि आप बिना ज़्यादा घुस्तामे के, प्रमुख बातें समझ सकें।

राजनीति: सरकार के बड़े कदम और चुनावी सुर्ख़ियाँ

मार्च में केंद्र और राज्य स्तर पर कई अहम घोषणाएँ हुईं। सबसे पहले, प्रधान मंत्री ने नई देशीय उत्पादन योजना का बैनर फहराया, जिसमें निर्माताओं को सॉलिड टैक्स रेगुलेशन और मीटिंग्स की सुविधा देने की बात कही गई। इसके साथ ही, कई राज्यों में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज़ हुईं – उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में पार्टियों ने भर्ती कैंप और जनसभाओं का क्रम बढ़ाया। इस दौरान, विपक्षी नेता ने कई बड़े मुद्दों पर सरकार को जवाबदेह ठहराया, जिससे राजनैतिक माहौल गरम हुआ।

एक और बड़ी खबर थी वैध डेटा संरक्षण अधिनियम (डाटा प्रोटेक्शन एक्ट) के प्रारंभिक चरणों का स्वीकृति, जिससे डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ेगी। इस नीति का असर व्यापारियों, स्टार्टअप्स और सामान्य नागरिकों पर भी पड़ता दिखा।

व्यापार और अर्थव्यवस्था: शेयर बाजार, स्टार्टअप और कमोडिटी की हलचल

बाजार में मार्च के दौरान दो बड़े उतार-चढ़ाव देखे गए। पहले हफ़्ते में निफ़्टी और सुजुकी इंडेक्स ने 5% से अधिक की बढ़त दिखाई, जब सरकार ने कृषि सुधारों की नई पहल पेश की। परन्तु, मध्य माह में अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों में अचानक गिरावट ने कमोडिटी सेक्टर को झटका दिया। इस कारण कई तेल-निर्माण कंपनियों के शेयर में गिरावट आई, जबकि रिफिनिंग सेक्टर ने लाभ उठाया।

स्टार्टअप की दुनिया में, कई फिनटेक और एग्रीटेक कंपनियों ने नई फंडिंग राउंड हासिल की। विशेषकर, एक एग्रीटेक स्टार्टअप ने 200 करोड़ रुपये की सीरीज‑B फंडिंग हासिल की, जिससे किसानों के लिए डिजिटल समाधान बेहतर हो पाएंगे। इस खबर ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया और भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम की गति को तेज़ किया।

भुगतान प्रणाली में भी बदलाव आया जब सरकार ने नई डिजिटल मुद्रा (डिजिटल रुपिया) के पायलट प्रोग्राम को विस्तार देने की घोषणा की। इस पहल से छोटे व्यापारियों को नकद‑लेन-देन में आसानी होगी और लेन‑देन की सुरक्षा बढ़ेगी।

मनोरंजन और खेल: बॉलीवुड, वेब सीरीज और आईपीएल

मार्च में बॉलीवुड ने कुछ बड़े फ़िल्मों की रिलीज़ देखी। ‘रिवाइंड’ और ‘तड़का’ जैसी फ़िल्में बॉक्स‑ऑफ़िस पर चढ़ीं, जबकि कई वेब सीरीज ने OTT प्लेटफॉर्म पर धूम मचाई। विशेष रूप से, एक नई म्युझिकल वेब सीरीज ने युवाओं में चर्चा पैदा की, क्योंकि इसमें बहुत सारा हल्का-फुल्का संगीत और किरदारों की रिलेटेबल लाइफ़स्टाइल थी।

खेल की बात करें तो आईपीएल 2023 ने अपना दूसरा चरण शुरू किया। इस महीने में कई बड़े मैच हुए, जहाँ ट्रायडेंट स्ट्राइकर्स और चेन्नई सुपर किंग्स ने टाइटन क्लैश में रोमांचक जीत हासिल की। हर मैच के बाद सोशल मीडिया पर फैंस की प्रतिक्रियाएं और प्रेडिक्शन चर्चा का मुख्य विषय बनते रहे। इसके अलावा, भारत ने एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सीरीज़ जीती, जहाँ धीरज जिंदल और रहीम सिंह ने शानदार पिच पर शानदार परफॉर्मेंस दिया।

क्रिकट के अलावा, खेल में एथलेटिक्स को भी सराहा गया। राष्ट्रीय एथलेटिक चैंपियनशिप में कुछ नए रिकॉर्ड बने, जिसका बड़ा श्रेय युवा एथलीटों को दिया गया, जिन्होंने परफेक्ट टाइमिंग और फुर्सत से प्रतियोगिता जीती।

क्राइम और सामाजिक मुद्दे: हाई‑प्रोफ़ाइल केस और जनजागृति

मार्च के दौरान कई हाई‑प्रोफ़ाइल अपराध केस सामने आए। एक बड़े शहर में एक विशाल साइबर‑फ्रॉड स्कैम ने लाखों लोगों को प्रभावित किया, जिससे पुलिस ने तुरंत साइबर‑क्रिमिनल्स पर कार्रवाई की। इस केस ने डिजिटल सुरक्षा की जरूरत को दोबारा उजागर किया।

सामाजिक क्षेत्र में, महिलाओं के अधिकारों के लिए एक बड़ा आंदोलन शुरू हुआ, जहाँ कई बड़े शहरों में रैलियों और पिच-डेक्स के माध्यम से जागरूकता फैलाने की कोशिश की गई। इस आंदोलन ने कई राजनैतिक नेताओं को अपने फ़ोकस को महिलाओं की सुरक्षा पर बदलने पर मजबूर किया।

इन सभी घटनाओं को देखने के बाद, यह साफ़ है कि मार्च 2023 में दैनिक दिग्गज 24 ने हर सेक्टर में ताज़ा, भरोसेमंद और पढ़ने लायक खबरें दीं। आप चाहे राजनीति से जुड़े हों, बिजनेस में रुचि रखते हों, मनोरंजन के शौकीन हों या खेल के फैन—यहाँ पर सभी के लिए कुछ न कुछ खास है। आगे भी इसी तरह की अपडेट्स के लिए हमारी साइट पर बने रहें।

1मार्च

अमेरिका ने भारतीय खाद्य के बारे में क्या गलत समझा?

के द्वारा प्रकाशित किया गया रविष्टर नवयान इंच भारतीय खाद्य की जानकारी
अमेरिका ने भारतीय खाद्य के बारे में क्या गलत समझा?

अमेरिका की तरह, भारत के खाद्य से जुड़े सबसे ज्यादा मुद्दों में से एक है कि अमेरिका के लोग भारतीय खाद्य को गलत तरीके से समझ रहे हैं। इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि अमेरिकी लोग भारत के खाद्य पदार्थों को सही तरीके से बेहतर तरीके से नहीं समझ रहे हैं। भारतीय खाद्य पदार्थों को समृद्ध और सुगम बनाने के लिए अमेरिका ने गलत संकेत दिए हैं। इसके अलावा, भारतीय खाद्य पदार्थों को सही तरीके से समझने के लिए अमेरिका को अधिक सूचना प्राप्त करनी चाहिए।

अधिक