बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध ट्रिब्यूनल ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को 2024 के छात्र आंदोलन के दौरान 1,500 लोगों की मौत के लिए फांसी की सजा सुनाई। वह दिल्ली में शरण लेकर रह रही हैं और इस फैसले को राजनीतिक बदला बता रही हैं।