अगर आप भारत की राजनीति को बिना झँझट के देखना चाहते हैं, तो कुछ टीवी चैनल ऐसे हैं जो सरकार की हर कदम पर सवाल उठाते हैं। ये चैनल आमतौर पर रिपोर्टिंग में तेज, विश्लेषण में गहरा और चर्चा में खुला होते हैं। नीचे हम सबसे चर्चित एंटी‑मोदी चैनलों की लिस्ट और उनकी खासियत बताने वाले हैं, ताकि आप अपनी पसंद के हिसाब से चुन सकें।
NDTV – देश की सबसे पुरानी अंग्रेज़ी और हिंदी समाचार चैनलों में से एक है। यहाँ के एँकर और रिपोर्टर अक्सर केंद्र सरकार की निर्णयों का गहराई से विश्लेषण करते हैं। अगर आपको पॉलिसी की बारीकियों को समझना है, तो NDTV का ‘समाचार’ सेक्शन मददगार रहेगा।
NewsX – ये चैनल तेज़ी से बढ़ी है और अपने ईंट्रेनिक डिबेट्स के लिये जाना जाता है। यहाँ के शो में बहुत सारे विरोधी आवाज़ें मिलती हैं जो प्रधानमंत्री की योजनाओं पर सवाल उठाते हैं। एक बार ‘मैक्सिमम एनालिसिस’ देखिए, आपको नई दृष्टि मिल सकती है।
Times Now – अक्सर ‘टॉक्स’ और ‘डेस्टाब्लिश्ड’ जैसे प्रोग्राम में मोदी सरकार की नीतियों को चुनौती दी जाती है। फ़ॉलो करने वाले दर्शक यहाँ के एजेंडा‑सेटिंग को सराहते हैं, खासकर जब सरकारी जॉब या आर्थिक सुधारों की बात आती है।
ABP News – यह चैनल भी अक्सर विरोधी कवरेज देता है, खासकर चुनावी कवरेज में। यहाँ के ख़बर‑सेक्शन में कई बार सरकार के काम को ‘विवादास्पद’ कहा जाता है, जिससे दर्शकों को अलग पहलू दिखता है।
India TV – यद्यपि यह कभी‑कभी प्रोटेक्टिव माना जाता है, लेकिन यहाँ के कई एँकर और विश्लेषक अक्सर मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हैं, विशेषकर क़िस्मत गुड़िया जैसी स्कीम पर।
पहला कारण – बैलेंस्ड पर्स्पेक्टिव. जब आप सिर्फ एक ही एंगल देखेंगे तो बात पूरी नहीं समझ आएगी। एंटी‑मोदी चैनल असमान्य सवाल उठाते हैं, जिससे आप पूरी तस्वीर देख पाते हैं।
दूसरा – ताजा अपडेट. ये चैनल अक्सर हाई‑टेम्पो रिपोर्टिंग करते हैं, जो लाइव इवेंट या संसद में चल रही डिबेट्स को तुरंत कवर करते हैं। अगर आप रियल‑टाइम में नीति परिवर्तन जानना चाहते हैं, तो ये आपके लिये बेहतर हैं।
तीसरा – विश्लेषण की गहराई. यहाँ के विशेषज्ञ पैनल अक्सर डेटा‑ड्रिवन डिस्कशन करते हैं। इससे आप सिर्फ समाचार नहीं, बल्कि उसके पीछे की वजह और असर भी समझ पाते हैं।
चौथा – विचारों की विविधता. एंटी‑मोदी चैनलों में अक्सर विपक्षी पार्टी के प्रतिनिधि, समाज सेवाकर्ता और आम जनता के आवाज़ें सुनने को मिलती हैं। यह विविधता आपको एक ही मुद्दे पर कई नजरिए दिखाती है।
आख़ीर में, अगर आप भारतीय राजनीति को बेफ़िक्र, बिन‑फ़िल्टर और गहराई से समझना चाहते हैं, तो इन एंटी‑मोदी चैनलों को अपने दैनिक रूटीन में शामिल कर सकते हैं। हर चैनल की अपनी ताक़त है, तो अपना पसंदीदा चुनिए और खबरों की दुनिया में नई रोशनी देखें।
अरे ओ दोस्तों, आपने तो एक बहुत ही चुनिंदा सवाल पूछ लिया! आप जानना चाहते हैं कि भारत में मुख्य एंटी-मोदी टीवी चैनल कौन से हैं। यार, ये तो विशेष रूप से मेरे जैसे ब्लॉगर्स के लिए एक मजेदार टॉपिक है! लेकिन इसका जवाब देना उत्तप्त तेल पर हाथ रखने जैसा है, यानी टटोलिए बिना पानी में कूदने जैसा! वैसे भी, टीवी चैनल तो खुद को निष्पक्ष कहते हैं, पर किसी को एंटी-मोदी मानना या नहीं, यह तो दर्शक की अपनी समझ पर निर्भर करता है। इसलिए, दोस्तों, अपनी खुद की समझ और विचारधारा को मजबूत बनाइए और स्वतंत्रता पूर्वक सोचिए। धन्यवाद!
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