हमें रोज़ाना फल क्यों खाना चाहिए, इसका जवाब बहुत सीधा है – फल में वाइटामिन, खनिज और फाइबर होते हैं जो शरीर को फिट रखता है। अगर आप अपनी डाइट में सही फल जोड़ें, तो पेट बेहतर काम करेगा, त्वचा चमकेगी और बीमारियों से लड़ने की ताकत बढ़ेगी।
हर फल का अपना प्रोफ़ाइल होता है। आम में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है, जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है। सेब में फाइबर ज्यादा होता है, जिससे पाचन सुधरता है और ब्लड शुगर कंट्रोल में मदद मिलती है। केला पोटैशियम का सबसे बड़ा स्रोत है, जो दिल की धड़कन को स्थिर रखता है। अगर आप वजन घटाने की सोच रहे हैं, तो तरबूज या स्ट्रॉबेरी चुनें – इनमें कम कैलोरी और हाई वाटर कंटेंट होता है।
फलों को खरीदते समय दो चीज़ें देखनी चाहिए – दिखावट और ताज़गी। चमकीला रंग, सुगंध और हल्का दबाव ही संकेत हैं कि फल पक्का है। बाद में फ्रिज में रखने से कई फल दो‑तीन दिन तक ठीक रहते हैं, पर कुछ को कमरे के तापमान पर रखना बेहतर रहता है। जैसे कि आम, पपीता और कीवी को बाहर रख दें, ताकि उनका स्वाद पूरी तरह विकसित हो।
एक और ट्रिक है – अगर आप बड़े पैकेट में फल खरीदे हैं, तो पहले एक ढेर को फ्रिज के नीचे रखें और बचे हुए को कपड़े के कागज में लपेट कर किचन काउंटर पर रखें। इससे फल जल्दी खराब नहीं होते और हर बार ताज़ा खा सकते हैं।
फ्रिज में रखें तो फल जल्दी नर्म हो सकते हैं, इसलिए अगर आप उन्हें सलाद में इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो उन्हें खाने से पहले हल्का गुनगुना कर लें। कुछ फल, जैसे की नाशपाती या केसर, को थोड़ा रूम टेम्परेचर पर रखकर हल्का दबाव दें – इससे वो जल्दी पकते हैं।
फलों को क्यूट करने से पहले धोना मत भूलें। ठंडे पानी से हल्का रगड़ें, फिर साफ कपड़े से सुखा लें। अगर आप कीटाणु से बचना चाहते हैं, तो थोड़ा नींबू का रस डालें – यह एंटीस्पोरिडियल काम करता है।
अंत में, याद रखें कि फल को रोज़ाना अलग‑अलग रूप में खाया जाए। एक ही फल लगातार खाने से पोषक तत्वों का संतुलन बिगड़ सकता है। अपने नाश्ते में एक सेब, दोपहर के भोजन में कुछ कटे हुए पपीते और शाम को एक छोटा कटोरा बेरीज रखें। इससे आपका शरीर निरंतर सभी जरूरी विटामिन और मिनरल लेता रहेगा।
तो अगली बार जब आप मार्केट जाएँ, तो इन आसान टिप्स को याद रखें। सही फल, सही समय और सही तरीका आपके सेहत को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।
भारत में अनेक भोजन पसंदीदा हैं। ये हर कोई अनुकूल हैं। हमारे भोजन में फलों, दलहनों, गेहूं, रसोई में तैयार खाने का रस और अन्य सामग्री शामिल हैं। भारतीय भोजन में अनेक आहार शामिल हैं जो विभिन्न तरह के पौष्टिक तत्व और पोषक तत्त्व प्रदान करते हैं।
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