हर दिन कई घंटे टीवी देखे बिना नहीं बितते। पर क्या आप जानते हैं कि आपके पसंदीदा चैनल किस तरह रेटेड हैं और कौन से नई सुविधाएँ देते हैं? यहाँ हम आसान भाषा में बताएँगे कि कैसे सही चैनल चुने और कौन से चैनल आजकल सबसे ज़्यादा लोकप्रिय हैं।
सबसे पहले बात करते हैं न्यूज़ चैनलों की। अन्ना बीबीसी हिंदी, एबीपी इंडिया, और दैनिक दिग्गज 24 समाचार जैसी चैनल ग्रुप को अक्सर टॉप 3 में देख सकते हैं। ये चैनल न सिर्फ ताज़ा ब्रीफ़िंग देते हैं, बल्कि एन्हांस्ड ग्राफिक्स और मोबाइल ऐप के ज़रिये भी अपडेट रहते हैं। यदि आपको हर सुबह जल्दी-जल्दी समाचार चाहिए तो ‘अन्ना बीबीसी’ के ‘वीकेंड ब्रीफ़िंग’ खंड काम आएगा।
दूसरी तरफ, एबीपी न्यूज अपने डिप्थ रिपोर्ट और इंटरव्यू के लिए जाना जाता है। अगर आप विश्लेषणात्मक रिपोर्ट चाहते हैं तो यह चैनल आपके लिए फितर है। इसके अलावा, ज्येष्ठ टीवी भी प्रांतवार न्यूज़ कवरेज में बढ़िया काम करता है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
अगर आपका फ़ोकस सिर्फ़ न्यूज़ नहीं, बल्कि एंटरटेनमेंट और खेल है, तो कुछ खास चैनल देखनी चाहिए। सोनू सख़ी और ज़ी ट्यूब के पास कई हिट ड्रमैटिक शो और रियलिटी सीरीज़ हैं। स्पोर्ट्स फैन के लिए स्टार स्पोर्ट्स और सॉनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (SET) के मैच लाइव स्ट्रीमिंग विकल्प बढ़िया हैं। विशेषकर ICC ODI रैंकिंग जैसे अपडेट को तुरंत देखा जा सकता है।
ध्यान रखें, कई चैनल अब ऑफ़लाइन भी फ्री में उपलब्ध हैं। जैसे DTH सर्विस के जरिये आप अपने घर की धूमधाम के बिना भी एचडी क्वालिटी में देख सकते हैं। इसके अलावा, यूट्यूब और जियोसेवा जैसी प्लेटफ़ॉर्म पर भी वही कंटेंट मिल जाता है, तो इंटरनेट कनेक्शन वाला कोई भी डिवाइस रखिए, सब एक जगह पर।
अंत में, चैनल चुनते वक्त कुछ बातों को याद रखें:
इन सवालों के जवाब से आप अपने लिए सबसे उपयुक्त टेलीविजन चैनल चुन सकते हैं। याद रखें, हर चैनल की अपनी पहचान होती है, इसलिए फ्री ट्रायल ले कर देखिए और फिर तय कीजिए। अब आप बिना झंझट के अपने पसंदीदा चैनल का आनंद ले सकते हैं।
अरे ओ दोस्तों, आपने तो एक बहुत ही चुनिंदा सवाल पूछ लिया! आप जानना चाहते हैं कि भारत में मुख्य एंटी-मोदी टीवी चैनल कौन से हैं। यार, ये तो विशेष रूप से मेरे जैसे ब्लॉगर्स के लिए एक मजेदार टॉपिक है! लेकिन इसका जवाब देना उत्तप्त तेल पर हाथ रखने जैसा है, यानी टटोलिए बिना पानी में कूदने जैसा! वैसे भी, टीवी चैनल तो खुद को निष्पक्ष कहते हैं, पर किसी को एंटी-मोदी मानना या नहीं, यह तो दर्शक की अपनी समझ पर निर्भर करता है। इसलिए, दोस्तों, अपनी खुद की समझ और विचारधारा को मजबूत बनाइए और स्वतंत्रता पूर्वक सोचिए। धन्यवाद!
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