लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मिर्जापुर में विपक्षी दलों को निशाने पर लेकर दिए ‘अटकी-लटकी-भटकी’ परियोजनाओं वाले बयान पर तीखी आलोचना की है।
साथ ही कहा कि देश भर में परियोजनओं के ’अटके, लटके व भटके’ रहने में पीएम मोदी बीजेपी की सरकारों के ख़ास योगदान को स्वीकारने में क्यों कतराते हैं।
बता दे कि रविवार को मिर्जापुर में बाणसागर नहर परियोजना समेत अन्य परियोजनाओं के उद्धघाटन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि 2014 में सरकार में आने के बाद हमारी सरकार ने जब अटकी-लटकी-भटकी हुई योजनाओं को खंगालना शुरू किया तो उसमें बाणसागर प्रोजेक्ट का भी नाम आया। इसके बाद बाण सागर परियोजना को पूरा करने के लिए हमने सारी ऊर्जा लगा दी गई।
पीएम ने विपक्षी दलों को निशाने पर लेते हुए कहा था कि जो लोग आजकल किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहाते हैं, उनसे पूछना चाहिए कि आखिर क्यों उन्हें अपने शासन काल में देश भर में फैली इस तरह की अधूरी सिंचाई परियोजनाएं नहीं दिखाई दीं? क्यों ऐसे कार्यों को अधूरा ही छोड़ दिया गया?
पीएम मोदी के इस बयान पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आईपीएन को भेजे बयान में कहा कि देश भर में व उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में लम्बित पड़ी रहने वाली विभिन्न परियोजनाओं के ’अटके, लटके व भटके’ रहने के बारे में पिछली सरकारों की कड़ी आलोचना करते समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को थोड़ी ईमानदारी का सबूत देना चाहिए।
पीएम को स्पष्ट रूप से जनता को यह भी बताना चाहिये कि इतने लम्बे वर्षों के दौरान केन्द्र व विभिन्न राज्यों में बीजेपी की भी सरकारें काफी लम्बे समय तक रही हैं और इस मामले में कांग्रेस से कोई कम भूमिका बीजेपी की नहीं है।